ऋषिकेश। ऋषिकेश एम्स में विश्व ग्लूकोमा सप्ताह की विधिवत शुरूआत हो गई। रविवार को जागरूकता संगोष्ठी में विशेषज्ञों ने ‘ग्लूकोमाः स्क्रीनिंग और उपचार के तौर-तरीके’ विषय पर अपने विचार रखे।
रविवार एम्स में उत्तराखंड राज्य नेत्र रोग सोसायटी के तत्वावधान में नेत्र विज्ञान विभाग एम्स द्वारा आयोजित सीएमई का शुभारंभ कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर (डॉ.) मीनू सिंह और डीन एकेडमिक्स प्रोफेसर जया चतुर्वेदी ने किया। उन्होंने गंभीर बीमारियों को लेकर जनजागरूकता पर जोर दिया।
एम्स के नेत्र विभागाध्यक्ष व आयोजन समिति अध्यक्ष प्रो. संजीव कुमार मित्तल ने बताया कि विश्व ग्लूकोमा सप्ताह 18 मार्च तक आयोजित किया जाएगा। जो कि आयोजन सचिव प्रो. अजय अग्रवाल, डॉ. अनुपम, डॉ. नीति गुप्ता और डॉ. रामानुज सामंत के मार्गदर्शन में चल रहा है। सीएमई में लगभग 70 प्रतिनिधि प्रतिभाग कर रहे हैं। संगोष्ठी में डॉ. नीलम वर्मा और प्रोफेसर अजय अग्रवाल समेत कई विशेषज्ञों ने व्याख्यान दिए। वक्ताओं ने ग्लूकोमा का जल्द पता लगाने और उपचार शुरू करने की आवश्यकता पर जोर दिया। बताया कि चूंकि ग्लूकोमा से आंखों की रोशनी चली जाती है। जिसके बहुत कम या कोई लक्षण नहीं होते हैं। ऐसे में नेत्रहीनता को रोकने के लिए नियमित जांच बहुत महत्वपूर्ण है।
ऋषिकेश एम्स में विश्व ग्लूकोमा सप्ताह का हुआ शुभारंभ
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