एसएफए चैंपियनशिप में महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज ‘स्पोर्ट्स में नंबर वन स्कूल’ के खिताब के साथ बना निर्विवादित चैंपियन
देहरादून। देहरादून में जोश और उत्साह के बीच एसएफए चौम्पियनशिप्स के तीसरे संस्करण के ग्राण्ड फिनाले के साथ समापन समारोह का आयोजन हुआ। इस आयोजन ने शहर की अद्भुत खेल भावना का जश्न मनाया और खेल के क्षेत्र में नई प्रतिभा की पहचान की, जो आने वाले समय में खेलों के भविष्य में उत्कृष्ट योगदान देने के लिए तैयार हैं। उत्तराखण्ड में महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज को ‘स्पोर्ट्स में नंबर वन स्कूल’ के खिताब से नवाजा गया। ‘स्पोर्ट्स में नंबर वन स्कूल’ तक पहुंचने की महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज की यह यात्रा उनके समर्पण और दृढ़ विश्वास को दर्शाती है। टीम ने 427 पॉइन्ट्स के साथ इस ऐतिहासिक जीत का जश्न मनाया, तथा 57 गोल्ड, 29 सिल्वर और 15 ब्रॉन्ज मैडल जीते। यह उपलब्धि प्रतिभाशाली खिलाडि़यों को सशक्त बनाने तथा स्पोर्ट्स चौम्पियनों के भविष्य को आकार देने के महत्व पर जोर देती है।
इस साल आचार्यकुलम ने 220 पॉइन्ट्स के साथ उत्तराखण्ड की एसएफए चौम्पियनशिप्स में दूसरा स्थान हासिल किया, स्कूल ने 15 गोल्ड, 15 सिल्वर और 5 ब्रॉन्ज मैडल अपने नाम किए। वहीं सेपियन्स स्कूल 212 पॉइन्ट्स के साथ तीसरे स्थान पर रहा, जिसने 28 गोल्ड, 12 सिल्वर और 12 ब्रॉन्ज मैडल जीते। देहरादून के मेयर सुनील उनियाल ने छात्रों के विकास में खेलों की भूमिका तथा मजबूत खेल संस्कृति के निर्माण पर रोशनी डालते हुए कहा, ‘‘मैं एसएफए चौम्पियनशिप्स और इससे उत्पन्न हुए प्रभाव से बेहद प्रभावित हूं। इन चौम्पियनशिप्स ने खेल भावना को प्रोत्साहित किया है और उत्तराखण्ड को खेलों के मजबूत हब के रूप में स्थापित करने का मार्ग प्रशस्त किया है। एसएफए का यह प्लेटफॉर्म सराहनीय है जो युवाओं को खेलों के एक समान अवसर प्रदान कर उन्हें सशक्त बनाने में योगदान देता है और भारत को ग्लोबल स्पोर्ट्स पावरहाउस बनाने के लिए प्रयासरत है। स्कूल स्पोर्ट्स को प्राथमिकता देते हुए एसएफए चौम्पियनशिप्स ने युवा एथलीट्स के विकास को बढ़ावा दिया है और उन्हें भावी चौम्पियन्स बनने के लिए प्रोत्साहित किया है।’’ समापन समारोह के दौरान कई गणमान्य दिग्गज मौजूद रहे, जिन्होंने खेलों के महत्व पर जोर दिया और युवा एथलीट्स के जीवन में इस तरह की चौम्पियनशिप्स के प्रभाव की सराहना की।