उत्तरकाशी। अस्सी गंगा घाटी संघर्ष समिति के ग्रामीणों का सब्र का बांध टूटने लगा है। क्षेत्र को जोड़ने वाली सड़क की खस्ताहालत को लेकर पीएमजेएसवाई कार्यालय में ताला जड कर जमकर प्रदर्शन किया। शुक्रवार को तय कार्यक्रम अनुसार अस्सी गंगा घाटी संघर्ष समिति के सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणों ने ढोल-बाजों के साथ प्रधानमंत्री सड़क योजना कार्यालय उत्तरकाशी पहुंचे जहां लोगों ने जमकर विभाग और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। ग्रामीणों ने पीएमजेएसवाई अधिशासी अभियंता उत्तरकाशी के कार्यालय में ताला जड़ दिया और बाहर धरने पर बैठ गये। बाद में अधिशासी अभियंता सीपी भट्ट ने ग्रामीणों से कहा कि अस्सी गंगा क्षेत्र की 16 किलोमीटर सड़क का डामरीकरण वास्तव में लंबे समय से नहीं हुआ है। उन्होंने कहा है कि मैं अगस्त महीने में इस डिवीजन में आया हूं। मेरे द्वारा ठेकेदार के खिलाफ 6 सितम्बर को अधीक्षक अभियंता को निरस्तीकरण के लिए प्रस्ताव भेज दिया था। उसके बाद मुख्य अभियंता ने उक्त मामले में बैठक की थी।
उन्होंने बताया कि ठंड के सीजन में डामरीकरण का कार्य संभव नहीं है। 15 फरवरी के बाद डामरीकरण का कार्य शुरू किया जायेगा। उन्होंने ग्रामीणों को आश्वासन दिया है कि ठेकेदार के खिलाफ ठोस कार्रवाई की जाएगी। बाद में ग्रामीण जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे जहां जमकर नारेबाजी की और डीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया। ज्ञापन में अस्सी गंगा घाटी के गंगोरी-डोडीताल मीटर मार्ग का डामरीकरण व अन्य सुधारीकरण किया जाए। मोटर मार्गों के डामारीकरण, सुधारीकरण एवं गंगोरी नाल्ड मोटर मार्ग का डामरीकरण एवं अन्य सुधारीकरण, गंगोरी-उतरी मोटर मार्ग का डामरीकरण सुधारीकरण एवं उत्तरों से डिगीला पुल तक गंगोरी डोडीतात मोटर मार्ग से जोड़ा जाए। वहीं गंगोरी-उत्तरी, गंगोरी नाल्ड एवं गंगोरी डोडिताल मोटर मार्ग को एआरटीओ से पास करने की मांग की गई। इधर अस्सी गंगा घाटी के उक्त मोटर मार्गों को सुधारीकरण के लिए क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों ने कई बार लिखित एवं मौखिक रूप मे शासन प्रशासन को अवगत कराया परन्तु कई वर्ष बीत जाने के बावजूद उक्त मोटर मार्ग पर कोई सुधारीकरण कार्य नहीं किया गया जिसके लिए जनप्रतिनिधियों एवं ग्रामीणों ने 15 दिन पूर्व प्रशासन को धरना प्रदर्शन करने की चेतावनी दी थी।
पीएमजेएसवाई कार्यालय पर ग्रामीणों ने जड़ा ताला
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