मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने लोकसभा चुनाव की तैयारियों को परखा
हरिद्वार। मुख्य निर्वाचन अधिकारी उत्तराखण्ड वी0 षणमुगम की अध्यक्षता में बुधवार को कलक्ट्रेट सभागार में आगामी लोक सभा सामान्य निर्वाचन-2024 के दृष्टिगत प्रारम्भिक तैयारियों के सम्बन्ध में एक बैठक आयोजित हुई। मुख्य निर्वाचन अधिकारी उत्तराखण्ड वी0 षणमुगम को बैठक में जिलाधिकारी जिला निर्वाचन अधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से आगामी लोक सभा सामान्य निर्वाचन-2024 के लिये क्या-क्या तैयारियां की जा रही हैं, के सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने जनपद की कुल कितनी जनसंख्या है, उनमें से कितने मतदाता हैं, के बारे में जानकारी दी तथा आगे अवगत कराया कि जनपद के कुल 1713 पोलिंग स्टेशन के फोटोयुक्त निर्वाचक नामावली का अन्तिम प्रकाशन दिनांक 22 जनवरी, 2024 को कर दिया गया है, जिसमेें कुल 1453842 मतदाता हैं तथा आलेख्य प्रकाशन के पश्चात् जनपद में 28014 मतदाताओं की वृद्धि हुयी है। इस पर मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने सन्तोष व्यक्त किया। मुख्य निर्वाचन अधिकारी उत्तराखण्ड ने बैठक में पोलिंग स्टेशनों में मतदाताओं को दी जाने वाली सुविधाओं-पीने के पानी की व्यवस्था, बिजली, फर्नीचर, वेटिंग रूम, महिला पुरूष शौचालय, रैम्प आदि के बारे में जानकारी ली तो जिलाधिकारी ने बताया कि कहां पर क्या-क्या सुविधायें दी जानी हैं, चिह्नित कर ली गयी हैं। उन्होंने दिव्यांगजनों तथा 80 वर्ष की आयु पूर्ण कर चुके मतदाताओं के बारे में जानकारी ली तो जिलाधिकारी ने बताया कि जनपद में 8803 दिव्यांगजन है तथा 22200 वरिष्ठ मतदाता 80 वर्ष से ऊपर के हैं। इस पर मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने निर्देश दिये कि ऐसे मतदाताओं का विशेष ध्यान रखा जाये।
वी0षणमुगम द्वारा विगत लोक सभा तथा विधान सभा चुनावों में कितना वोटर टर्न आउट रहा, के सम्बन्ध में जानकारी ली तो जिलाधिकारी ने विस्तार से इस सम्बन्ध मंे जानकारी दी तथा बताया कि जिन पोलिंग स्टेशनों में कम मतदान हुआ था, उसे चिह्नित कर लिया गया है तथा ऐसे पोलिंग स्टेशनों में मतदान का प्रतिशत बढ़ाने के लिये स्वीप आदि की गतिविधियों से ’’हर द्वार करेगा मतदान’’ अभियान के तहत पूरी रणनीति बना ली गयी है। इस पर मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिये हर प्रकार के साधन-वोटर एवारनेस फोरम, चुनाव पाठशाला, कैम्पस एम्बेस्डर, इलक्ट्रोल लिटरेसी क्लब, बूथ एवारनेस गु्रप का गठन, सोशल मीडिया, नुक्कड़ नाटक, विज्ञापन, चैपाल आदि का भरपूर उपयोग करते हुये 75 प्रतिशत से भी अधिक का मतदान करवाना सुनिश्चित किया जाये।