हुनर किसी चीज का मोहताज नहीं होता ये सच कर दिखाया राठ बनास गांव के अंकित कुमार ने
पौड़ी। अंकित कुमार पौड़ी गढ़वाल के बनास गांव के एक गरीब परिवार से हैं। जी हां, वहीं अंकित कुमार जिन्होंने गोवा में चल रहे राष्ट्रीय खेल में 10 हजार मीटर दौड़ में प्रथम स्थान प्राप्त किया और उतराखंड को एक स्वर्ण पदक दिलाकर इस बात को एक बार फिर से सच कर दिखाया कि प्रतिभा किसी चीज की मोहताज नहीं होती। उनकी इस सफलता के बाद स्थानीय विधायक और कैबिनेट मंत्री डॉ धन सिंह रावत के प्रतिनिधि के रूप में राज्य सहकारी संघ के अध्यक्ष मातवर सिंह रावत रविवार को बनास गांव में अंकित के माता-पिता से मिलने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने अंकित के पिता को शॉल ओढ़ाकर उन्हें बधाई दी ।
अंकित के पिता ध्यानी लाल ने बताया कि अंकित बचपन से भारतीय सेना में भर्ती होना चाहता था जिसके लिए अंकित सुबह उठकर रोज दस से पन्द्रह किलोमीटर रोज दौड़ता था।
भारतीय सेना की लैंसडाउन भर्ती में भी अंकित ने प्रतिभाग किया लेकिन लिखित परीक्षा में अंकित चूक गए। जिसके बाद भी अंकित ने हौसला बनाए रखा व गोवा में चल रहे राष्ट्रीय खेल में 10 हजार मीटर दौड़ में अंकित ने प्रथम स्थान प्राप्त किया।
पारिवारिक स्थिति के बारे अंकित के पिता ने बताया कि घोड़ा खच्चर चलाकर रेत ढोने से परिवार क गुजर बसर होती है। वहीं अंकित के परिजनों ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि अंकित के लिए सरकार को सोचना चाहिए तथा कोई व्यवसाय देना चाहिए। कैबिनेट मंत्री के प्रतिनिधि मातवर सिंह रावत द्वारा परिवार को हर संभव भरोसा दिलाया गया कि सरकार उनकी मदद अवश्य करेगी।