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उत्तराखंड

उत्तराखंड में 14 फरवरी को मतदान और 10 मार्च को परिणाम, 7 चरणों में होंगे पांचों राज्यों के चुनाव, 10 फरवरी को पहले दौर का मतदान, 10 मार्च को घोषित हो जायेंगे सभी राज्यों के चुनाव परिणाम

नई दिल्ली। इस साल पांच राज्यों में चुनाव होने वाले हैं। चुनाव आयोग ने यह भी साफ कर दिया है कि चुनाव तय समय पर ही होंगे। मतदाता सूची भी जारी हो चुकी है। सात चरणों में होंगे पांच राज्यों में चुनाव। उत्तर प्रदेश में 7 चरणों में 10 फरवरी से 7 मार्च तक मतदान। पंजाब, उत्तराखंड और गोवा में 14 फरवरी को मतदान और मणिपुर में 27 फरवरी और 3 मार्च को मतदान। 10 मार्च को सभी राज्यों में मतगणना होगी।

बात करें उत्तराखंड की तो राज्य में विधानसभा चुनाव के नांमकन की अधिसूचना- 21 जनवरी को, नामांकन की आखिरी तारीख- 28 जनवरी, नामांकन की जांच- 29 जनवरी
नाम वापसी- 31 जनवरी के बाद मतदान – 14 फरवरी को सम्मपन हो जायेगा। नतीजे मार्च को घोषित हो जायेंगे।

उत्तर प्रदेश का पहला चरण
अधिसूचना – 14 जनवरी
नामांकन की आखिरी तारीख – 21 जनवरी
नामांकन की जांच – 24 जनवरी
नाम वापसी – 27 जनवरी
मतदान – 10 फरवरी

उत्तर प्रदेश का दूसरा चरण और पंजाब, उत्तराखंड, गोवा का पहला चरण
अधिसूचना – 21 जनवरी
नामांकन की आखिरी तारीख – 28 जनवरी
नामांकन की जांच – 29 जनवरी
नाम वापसी – 31 जनवरी
मतदान – 14 फरवरी

उत्तर प्रदेश का तीसरा चरण
अधिसूचना 25 जनवरी
नामांकन की आखिरी तारीख 1 फरवरी
नामांकन की जांच 2 फरवरी
नाम वापसी 4 फरवरी
मतदान 20 फरवरी

उत्तर प्रदेश का चौथा चरण
अधिसूचना 27 जनवरी
नामांकन की आखिरी तारीख 3 फरवरी
नामांकन की जांच 4 फरवरी
नाम वापसी 7 फरवरी
मतदान 23 फरवरी

उत्तर प्रदेश का पांचवां चरण और मणिपुर का पहला चरण
अधिसूचना 1 फरवरी
नामांकन की आखिरी तारीख 8 फरवरी
नामांकन की जांच 9 फरवरी
नाम वापसी 11 फरवरी
मतदान 27 फरवरी

उत्तर प्रदेश का छठा चरण और मणिपुर का दूसरा चरण
अधिसूचना 4 फरवरी
नामांकन की आखिरी तारीख 11 फरवरी
नामांकन की जांच 14 फरवरी
नाम वापसी 16 फरवरी
मतदान 3 मार्च

मीडिया का चुनाव में अहम रोल
मीडिया हमारा दोस्त है, मीडिया का चुनाव में अहम रोल रहा है। आपके जरिए हमारी बात लोगों तक पहुंचती है।

रैली, रोड शो और पदयात्रा की अनुमति नहीं
डिजिटल, वर्चुअल तरीके से चुनाव प्रचार करें चुनाव पार्टियां। 15 जनवरी तक किसी तरह की रैली, रोड शो और पदयात्रा नहीं होगी। नुक्कड़ सभा, बाइक रैली पर भी रोक। कैंपेन में कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना जरूरी। घर-घर जाकर पांच लोगों को प्रचार करने की अनुमति। जीत के बाद विजय जुलूस पर रोक रहेगी।

पोस्टल बैलेट से मतदान की सुविधा
80 वर्ष से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिक, दिव्यांग व्यक्ति और कोविड-19 पॉजिटिव व्यक्ति पोस्टल बैलेट से मतदान कर सकते हैं-मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा

टीके की दोनों खुराक जरूरी
हर राज्य की विधानसभा सीट का कार्यकाल पांच साल ही रह सकता है। समय पर चुनाव कराना लोकतांत्रिक शासन सुनिश्चित कराने के लिए जरूरी है। चुनाव ड्यूटी में लगे सभी अधिकारी ऐसे होंगे, जो टीके की दोनों खुराक ले चुके हैं। उन्हें एहतियाती अतिरिक्त खुराक भी दी जा सकेगी।

सभी चुनावकर्मियों का टीकाकरण
-सभी चुनावकर्मियों को कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लगी होगी। टीकाकरण अभियान तेज किया जा रहा है।

धनबल का इस्तेमाल रोका जाएगा
ये राजनीतिक दलों के लिए है। उन्हें किसी दफ्तर में जाकर रैली वगैरह के लिए इजाजत नहीं मांगनी होगी। वे इस एप के जरिए उपलब्धता देख सकेंगे। चुनाव में धनबल का इस्तेमाल रोका जाएगा। गैरकानूनी पैसे-शराब पर कड़ी नजर रखी जाएगी। सभी एजेंसियों को अलर्ट कर दिया गया है। पोलिंग स्टेशन पर मतदाताओं की संख्या में कमी के कारण हमें मतदान केंद्रों को बढ़ाकर 30,330 करना होगा। इससे कुल मतदान केंद्रों की संख्या 2,15,368 हो गई है।

ऑनलाइन नामांकन दाखिल करने की वैकल्पिक सुविधा
उम्मीदवारों को नामांकन ऑनलाइन दाखिल करने की वैकल्पिक सुविधा मिलेगी। आपराधिक पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवारों को अखबारों, टीवी चौनलों पर प्रचार अभियान की अवधि के दौरान तीन बार अपने खिलाफ लंबित मुकदमों की जानकारी देनी होगी। राजनीतिक दलों को भी यह बताना होगा कि ऐसी पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवार को उन्होंने क्यों चुना है।

2.15 लाख मतदान केंद्र
2.15 लाख मतदान केंद्र होंगे। हर मतदान केंद्रों पर अधिकतम 1250 वोटर ही होंगे। हर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में एक मतदान केंद्र पूरी तरह से महिला स्टाफ के जिम्मे होगा। 690 निर्वाचन क्षेत्रों में ऐसे 1620 मतदान केंद्र होंगे।

24.9 लाख मतदाता पहली बार डालेंगे वोट
24.9 लाख मतदाता पहली बार वोट डालेंगे। महिला वोटरों की भागीदारी बढ़ी है। 11.04 लाख महिलाएं पहली बार मतदान करेंगी।

कुल 18.3 करोड़ मतदाता
चुनाव तैयारियों की समीक्षा की गई। कोरोना नियमों के साथ चुनाव कराएंगे। 18.34 करोड़ मतदाता इस बार चुनाव प्रक्रिया में हिस्सा लेंगे। इनमें 8.55 करोड़ महिलाएं हैं।

चुनाव आयोग ने कहा
-पांच राज्यों की विधानसभा का कार्यकाल खत्म होने जा रहा है। 690 विधानसभा सीटों पर मतदान होने वाला है।
– कोरोना में चुनाव कराना महत्वपूर्ण है। इसके लिए नए प्रोटोकॉल बनाए गए हैं। कुछ तैयारियां भी की गई हैं। हमने इस बार तीन उद्देश्यों पर काम किया है। कोविड फ्री चुनाव, मतदाताओं की सहूलियत और अधिकतम मतदाताओं की भागीदारी।

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