रुड़की। भूकंप इंजीनियरिंग पर संगोष्ठी एक चतुर्वर्षिक कार्यक्रम है जो देश में भूकंप इंजीनियरिंग के ज्ञान को आगे बढ़ाने के उद्देश्य के साथ इंजीनियरों, भूवैज्ञानिकों, भूकंपविदों और वैज्ञानिकों को एक साथ लाने के लिए 1959 से आयोजित किया जाता रहा है। भूकंप इंजीनियरिंग पर संगोष्ठी का 17वां संस्करण (17 एसईई) इस वर्ष 14-17 नवंबर तक आयोजित किया जा रहा है। उद्घाटन समारोह मैक ऑडिटोरियम आईआईटी रुड़की में आयोजित किया गया। सम्मेलन हमारे देश में भूकंप इंजीनियरिंग की वर्तमान स्थिति की समझ को बढ़ाने का प्रयास करता है। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उत्तराखंड के मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधू उपस्थित रहे।
इस अवसर पर बोलते हुए, उत्तराखंड के मुख्य सचिव, डॉ. एसएस संधू ने कहा, भूकंप इंजीनियरिंग पर संगोष्ठी जैसे कार्यक्रम भूकंप के खतरों के बारे में ज्ञान का प्रसार और जागरूकता फैलाने में मदद करते हैं, और अर्थक्वेक रेसिलिएंस, इमारतों और व्यवसायों की सुरक्षा, और संबंधित उपलब्धियों और चुनौतियों जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर प्रकाश डालते हैं। मैं इस आयोजन के लिए आईआईटी रुड़की को बधाई देता हूं और आशा करता हूं कि संस्थान इस महत्वपूर्ण विषय पर जानकारी और जागरूकता फैलाने की दिशा में काम करना जारी रखेगा”।
भूकंप विभाग के प्रमुख और कार्यक्रम के अध्यक्ष प्रोफेसर पंकज अग्रवाल ने कहा, भूकंप इंजीनियरिंग पर संगोष्ठी देश में भूकंप इंजीनियरिंग अनुसंधान को विकसित करने की दिशा में भविष्य के प्रयासों को निर्धारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। पहले आयोजित संगोष्ठियों ने शहरी और ग्रामीण आवासों में भूकंप प्रतिरोधी डिजाइन सुविधाओं के विकास और समावेश, आईएस कोड के विकास और संशोधन और आपदा शमन योजना के विकाशन में महत्त्वपूर्ण योगदान दिया है।
भूकंप इंजीनियरिंग पर 17वीं चार दिवसीय संगोष्ठी आईआईटी रुड़की में शुरु
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