Tuesday, September 17, 2024
Home उत्तराखंड मुख्यमंत्री ने साहित्यकारों को प्रदान किये उत्तराखण्ड साहित्य गौरव सम्मान

मुख्यमंत्री ने साहित्यकारों को प्रदान किये उत्तराखण्ड साहित्य गौरव सम्मान

देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को उत्तराखंड भाषा संस्थान द्वारा सर्वे चैक स्थित आई0आर0डी0टी0 सभागार में आयोजित कार्यक्रम में 10 साहित्यकारों को उत्तराखंड साहित्य गौरव सम्मान प्रदान किये। मुख्यमंत्री ने उत्तराखण्ड भाषा संस्थान के साहित्य गौरव सम्मान समारोह में उपस्थित प्रदेश और देश के विभिन्न हिस्सों से आये साहित्यकारों और भाषा प्रेमियों का स्वागत करते हुए सभी को विश्व मातृभाषा दिवस की भी शुभकामनाएं दी।
मुख्यमंत्री ने उत्तराखण्ड भाषा संस्थान से अपेक्षा की कि वे अपनी साहित्यिक एवम् भाषाई गतिविधियों को व्यापक स्तर प्रदान कर प्रदेश में साहित्य ग्राम बनाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन भी करें, इससे प्रदेश में स्थानीय भाषाओं के साथ-साथ छोटे-छोटे क्षेत्रों में बोली जाने वाली बोलियों व उनमें रचे जा रहे साहित्य को भी प्रोत्साहन मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड की पहचान एक ऐसे राज्य के रूप में है, जहां भाषा और साहित्य की सेवा करने वाली अनेक विभूतियों-सुमित्रानंदन पंत, भजन सिंह, गोविंद चातक, गुमानी पंत, शैलेश मटियानी, डॉ. पीताम्बर दत्त बड़थ्वाल, मनोहर श्याम जोशी, गौरा पंत शिवानी, शेखर जोशी, लीलाधर जगूड़ी, वीरेन डंगवाल, गिरीश तिवारी गिर्दा और भैरव दत्त धूलिया ने जन्म लिया, जिन्होंने अपनी रचनाओं से उत्तराखण्ड की चिंतन परंपरा को विराट भावभूमि प्रदान की है। इसके अतिरिक्त इलाचंद्र जोशी, ओमप्रकाश वाल्मीकि, सरदार पूर्ण सिंह, प्रसून जोशी, गंगाप्रसाद विमल, शेरजंग गर्ग आदि अनेकों साहित्यकारों का महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में साहित्य के क्षेत्र में छोटे से स्थानों में जन्म लेकर सुमित्रानन्दन पन्त, शैलेश मटियानी, लीलाधर जगूड़ी आदि जैसे महान रचनाकारों ने इसकी चिन्तन परम्परा को विराट भाव भूमि प्रदान की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड साहित्य गौरव सम्मान पाने वाले साहित्यकारों में वे साहित्यकार भी शामिल हैं जो अनेक विशिष्ट बोलियों में रचना कर्म कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जो समाज अपनी भाषा और बोलियों का सम्मान नहीं करता वह अपनी प्रतिष्ठा गवां देता है। उन्होंने आम लोगों का आह्वान किया कि अपनी भाषा एवम् बोलियों को बचाने और उन्हें बढ़ाने के कार्य में आम लोगों की व्यापक सहभागिता बहुत जरूरी है तथा इस महत्वपूर्ण कार्य को हम सभी को अपने घर से आरम्भ करना होगा तथा विशेष रूप से बच्चों के साथ संवाद करते समय अपनी मातृ भाषा और आम बोलियों का प्रयोग करना होगा। मुख्यमंत्री ने आशा व्यक्त की कि इस कार्यक्रम के माध्यम से लोक भाषाओं पर विद्वान साहित्यकारों के मध्य विचार-विमर्श किया जाएगा, जिससे हिंदी व अन्य लोक भाषाओं का संरक्षण, विकास और उत्थान हो सके तथा आपके महत्वपूर्ण सुझावों को संस्थान अपनी भविष्य की कार्ययोजना में अवश्य सम्मिलित करेगा।

RELATED ARTICLES

आदि कैलाश मार्ग पर अलग-अलग स्थानों पर फंसे यात्रियों का किया गया सुरक्षित रेस्क्यू

देहरादून। भूस्खलन के कारण अवरुद्ध आदि कैलाश यात्रा मार्ग में अलग-अलग स्थानों पर फंसे अधिकांश यात्रियों का हेलीकॉप्टर के जरिये सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया...

मिस उत्तराखंड के लिए ऑडिशन आयोजित, 100 से अधिक लड़कियों ने लिया भाग

देहरादून। हिमालयन बज द्वारा मिस उत्तराखंड 2025 के 9वें संस्करण के लिए आज माया देवी यूनिवर्सिटी परिसर में ऑडिशन आयोजित किए गए। कार्यक्रम में...

भाजपा के सदस्यता अभियान को लेकर मंत्री जोशी ने ली बैठक

देहरादून। कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने कैंप कार्यालय में मसूरी विधानसभा क्षेत्र के पार्टी पदाधिकारियों के साथ भाजपा के सदस्यता अभियान (संगठन पर्व) के...

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -

Most Popular

आदि कैलाश मार्ग पर अलग-अलग स्थानों पर फंसे यात्रियों का किया गया सुरक्षित रेस्क्यू

देहरादून। भूस्खलन के कारण अवरुद्ध आदि कैलाश यात्रा मार्ग में अलग-अलग स्थानों पर फंसे अधिकांश यात्रियों का हेलीकॉप्टर के जरिये सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया...

मिस उत्तराखंड के लिए ऑडिशन आयोजित, 100 से अधिक लड़कियों ने लिया भाग

देहरादून। हिमालयन बज द्वारा मिस उत्तराखंड 2025 के 9वें संस्करण के लिए आज माया देवी यूनिवर्सिटी परिसर में ऑडिशन आयोजित किए गए। कार्यक्रम में...

भाजपा के सदस्यता अभियान को लेकर मंत्री जोशी ने ली बैठक

देहरादून। कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने कैंप कार्यालय में मसूरी विधानसभा क्षेत्र के पार्टी पदाधिकारियों के साथ भाजपा के सदस्यता अभियान (संगठन पर्व) के...

भूस्खलन में फंसे चार सौ यात्रियों को किया रेस्क्यू

पिथौरागढ़। एसडीआरएफ की टीम ने घाट पिथौरागढ़ मार्ग पर दिल्ली बैंड के पास फंसे करीब 400 से ज्यादा लोगों को रेस्क्यू किया। एसडीआरएफ के...

Recent Comments