कोटद्वार। हवलदार सोहन सिंह रावत का पार्थिव शरीर मंगलवार को उनके घर लाया गया। जैसे ही हवलदार सोहन सिंह रावत का पार्थिव शरीर उनके घर लाया गया पूरा माहौल गमगीन हो गया। साथ ही उनके अंतिम दर्शन के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। वहीं पत्नी पार्थिव शरीर को देख बदवास हो गई, बच्चे बिलखते दिखाई दिए। हवलदार सोहन सिंह रावत को पूर्व मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी ने श्रद्धांजलि दी और परिजनों को ढांढस बंधाया।
गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर के सेक्टर ब्रह्मवाणी में रविवार देर रात सर्च ऑपरेशन के दौरान हार्ट अटैक आने से कोटद्वार के मोटाढाक निवासी हवलदार सोहन सिंह रावत का निधन हो गया था। घटना के दौरान सोहन सिंह रावत अपनी सर्च टीम के साथ हाई एल्टीट्यूड एरिया में सर्च ऑपरेशन चला रहे थे। देर रात सैन्य अधिकारियों ने सोहन सिंह के परिवार को फोन पर जानकारी दी।हवलदार सोहन सिंह 27 जनवरी को घर से छुट्टी पूरी होने पर जम्मू-कश्मीर ड्यूटी गए थे। वे तीन भाइयों में दूसरे नंबर के थे. 45 वर्षीय सोहन सिंह चैबट्टाखाल के पुड़सखाल के पटल्यू गांव के मूल निवासी थे। उनका परिवार पिछले 6 साल से कोटद्वार मोटाढाग में रह रहा है। सोहन सिंह रावत 2011 में 17 गढ़वाल राइफल में भर्ती हुए थे। वहीं कोटद्वार प्रशासन से तहसीलदार विकास अवस्थी, नायब तहसीलदार किशोर रौतेला ने पुष्पचक्र अर्पित किए। पूर्व मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी, स्थानीय पार्षद सौरभ नोड़ियाल ने परिवार को सांत्वना दी और सोहन सिंह रावत को श्रद्धांजलि दी।
हवलदार सोहन सिंह रावत को सैन्य सम्मान के साथ दी गई अंतिम विदाई
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