अधिकारी संवेदनशील बनें, पूरे मनोयोग से करें कामः महाराज
देहरादून/पौड़ी। अधिकारी संवेदनशील बनें, दिल लगा कर पूरे मनोयोग से काम करें। अपना व्यवहार ठीक रखें और कार्यसंस्कृति विकसित करें। उक्त बात प्रदेश के कैबिनेट मंत्री एवं चैबट्टाखाल विधायक सतपाल महाराज ने रविवार को जिला मुख्यालय सभागार में अपने विधानसभा क्षेत्र में किये जा रहे विकास कार्यों की समीक्षा करते हुए विभागीय अधिकारियों से कही। बैठक के दौरान उन्होने राष्ट्रीय राजमार्ग धूमाकोट की खराब गुणवत्ता को देखते हुए उसकी सैम्पलिंग एवं टेस्टिंग के आदेश देने के साथ-साथ पीएमजीएसवाई के मुख्य अभियंता आर.पी. सिंह से दूरभाष पर बात कर पीएमजीएसवाई द्वारा बनाई सड़कों की टॉपिंग उखड़ने और घटिया निर्माण को लेकर नाराजगी जाहिर करते हुए उन्हें शीघ्र ठीक करने के आदेश दिए।
समीक्षा बैठक में कैबिनेट मंत्री और चैबट्टाखाल विधायक सतपाल महाराज ने सरकार की योजनाओं के विषय में क्षेत्र के लोगों को जानकारी उपलब्ध न करवाने पर समाज कल्याण अधिकारी को जमकर लताड़ लगाई। उन्होंने लोक निर्माण खंड बेंजार्राे के तहत पोखरा बैंजारो मोटर मार्ग से दीवान का बूंगबूंग-देवकण्डाई-भैसवाडा-नोखोली सहित का कार्य एक माह के अंदर पूरा करने का आदेश देते हुए क्षेत्र की सभी स्वीकृत सड़कों का निर्माण कार्य शीघ्रता से करवाने के अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने प्रांतीय खंड लोक निर्माण विभाग लैंसडाउन द्वारा किए जा रहे कार्यों की भी समीक्षा करते हुए 30 मई तक 12 किमी सतपुली-सिसल्डी मोटर मार्ग राजकीय इंटर कॉलेज कांडाखाल तक निर्माण कार्य के लिए डीपीआर भेजने को कहा है। कैबिनेट मंत्री एवं चैबट्टाखाल विधायक ने निर्माण खंड लोक निर्माण विभाग पाबौ के अंतर्गत निर्माणाधीन सड़कों की भौतिक प्रगति की समीक्षा करते हुए समय से कार्य पूरा करने के अधिकारियों को निर्देश दिए। पीएमजीएसवाई द्वारा बनाई गई सड़कों की घटिया गुणवत्ता को लेकर उन्होंने अधिकारियों को चेतावनी दी कि यदि उन्होंने ठीक तरह से कार्य नहीं किया तो उनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी। महाराज ने कहा कि जो अधिकारी काम में लापरवाही बरतने के साथ-साथ बैठकों में अनुपस्थित रहते हैं उनके वेतन को रोक दिया जाए। सिंचाई पेयजल संबंधित समस्याओं का तत्काल निराकरण करने के निर्देश देते हुए उन्होंने जिलाधिकारी से कहा कि विकास कार्यों के सत्यापन में ग्राम प्रधान, ब्लाक प्रमुख और क्षेत्रीय प्रतिनिधि को भी शामिल किया जाए और विकास संबंधित सूचनाएं जनप्रतिनिधियों को देने के अलावा उनके सुझाव भी आमंत्रित करें।