रामनगर। नैनीताल के रामनगर वन प्रभाग के मोहान क्षेत्र में 16 जुलाई को बाइक सवार युवक पर बाघ के हमले के बाद से आसपास के ग्रामीण काफी दहशत में हैं। गांव में बाघ की दहशत को लेकर ग्रामीण जंगलों में घास, लकड़ी लेने और बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं। उससे पहले भी रामनगर कॉर्बेट प्रशासन के ही एक कर्मी को बाघ ने मौत के घाट उतार दिया था। क्षेत्र में बाघ कुछ अन्य लोगों पर भी हमला करने का प्रयास कर चुका है।
वहीं, इस घटना के बाद से गांव में दहशत का माहौल बना हुआ है। हालांकि, इस क्षेत्र में बाघ को पकड़ने के लिए वन कर्मियों की लगातार गश्त जारी है। लेकिन अभी भी सफलता नहीं मिल पाई है। गुरुवार को इस मामले में रामनगर वन प्रभाग के डीएफओ कुंदन कुमार ने विभागीय अधिकारी, कर्मचारियों व जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कर बाघ को पकड़ने को लेकर अब तक विभाग द्वारा किए गए प्रयासों पर चर्चा करते हुए जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि बाघ को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाने के साथ ही कैमरा ट्रैप भी लगाए गए हैं। वन कर्मी द्वारा गश्त भी की जा रही है। इस मामले में सहयोग के लिए जिला प्रशासन को भी पत्र लिखा गया है। उन्होंने बताया कि ग्रामीण महिलाओं को चारा विभाग द्वारा उपलब्ध कराया जाएगा।
आदमखोर बाघ की दहशत में लोग
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