श्रीनगर। शहर में एनजीटी नियमों की खुले आम धज्जियां उड़ाई जा रही है, लेकिन ना तो जिला प्रशासन और ना ही नगर निगम का इस ओर ध्यान है। दरअसल श्रीनगर में इन दिनों कई टन कूड़े को खुले में जलाया जा रहा है, जिसे रोकने वाला कोई नहीं है। वहीं, कूड़े जलाने से पर्यावरण का भारी नुकसान पहुंच रहा है। साथ ही क्षेत्र के लोग भी परेशान हैं। बता दें कि श्रीनगर नए बस अड्डे में शहर भर का कूड़ा जमा किया जाता है। जिससे आसपास के लोगों को दिक्कतें झेलनी पड़ती है।
हद तो तब हो गयी जब दिन-दहाड़े ही कूड़े के ढेर में आग लगा दी गई। कूड़े के ढेर में लगी आग का धुआं कई किलोमीटर दूर तक दिखाई दे रहा है। इस आग से निकलने वाले रसायनों से लोगों के बीमार होने का खतरा भी बढ़ गया है। गौरलतब है कि श्रीनगर में कोई स्थायी ट्रंचिंग ग्राउंड नहीं होने के कारण नगर निगम पूरे शहर के कूड़े को नए बस अड्डे में लाकर डंप कर देता है। इस कूड़े के निस्तारण ना होने पर रोज कई टन कूड़े को आग के हवाले किया जाता है, जिससे आसपास के लोग कूड़े से निकलने वाली दुर्गंध से तो परेशान है ही, साथ ही कूड़े में लगी आग से आसपास की आबो हवा भी जहरीली होने लगी है। स्थानीय लोगों का कहना है कि कई बार प्रशासन से लेकर नगर निगम को यहां कूड़ा ना फेंकने के लिए कहा गया है, लेकिन इस पर कोई अमल नहीं किया जा रहा है। जिससे स्थानीय लोग बहुत परेशान हो चुके हैं। वही, नगर निगम के सफाई इस्पेक्टर शशि पंवार ने बताया कि गिरगांव में स्थायी ट्रंचिंग ग्राउंड बनाना प्रस्तावित है। सफाई इस्पेक्टर ने कहा प्रस्तावित ट्रंचिंग ग्राउंड के लिए शासन से साढ़े पांच करोड़ की धनराशि भी प्राप्त हो चुकी है। डीपीआर भी बन चुकी है, बस निर्माण के लिए शासन स्तर से परमिशन आना बाकी है। जैसे ही परमिशन आती है, स्थायी ट्रंचिंग ग्राउंड निर्माण का कार्य गिरगांव में शुरू कर दिया जाएगा।
कचरे के ढेर में फिर लगी आग, धुएं से स्थानीय लोगों का जीना हुआ मुहाल
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