देहरादून। उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में हार के बाद पूर्व सीएम हरीश रावत ने माना की कांग्रेस की हार के पीछे कहीं न कहीं रणनीतिक चूक हैं। दिल्ली में एआईसीसी की बैठक में रवाना होने से पहले रावत ने हाईकमान से मुलाकात में अपनी हिचक का भी इजहार किया। रावत ने कहा कि मैं बैठक में भाग लेने जा रहा हूं। लेकिन दिल्ली की ओर जाने की कल्पना मात्र से मेरे पांव मन-मन भर भारी हो रहे हैं। भला कैसे मैं सोनिया गांधी की चेहरे की तरफ देखूंगा? रावत ने आगे कहा कि उनका मुझ पर काफी विश्वास था। उनके साथ देश के शीर्षस्थ सभी कांग्रेसजनों का बहुत बड़ा विश्वास था। हर कोई कहता था कि उत्तराखंड में कांग्रेस सरकार ले आओगे न? रावत ने कहा हार की जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि कहीं तो मेरी कुछ कमियां रही होंगी, जिससे मैं इतने बड़े विश्वास को कायम नहीं रख पाया। रावत ने यह भी स्वीकार किया कि राजनीति में एक स्तर तक पहुंचने के बाद व्यक्ति को व्यक्तिगत भावनाओं को अलग रखना होता है। रावत ने कहा कि कांग्रेस कहीं न कहीं पर रणनीतिक चूक का शिकार हो रही है।