टिहरी। मध्यप्रदेश के भोपाल में आयोजित बैठक से लौटने के बाद कैबिनेट मंत्री व प्रभारी मंत्री टिहरी डा. प्रेमचंद अग्रवाल ने जिलाधिकारी डा. सौरभ गहरवार से जनपद टिहरी में अतिवृष्टि से हुये नुकसान की जानकारी हासिल की। डा. अग्रवाल ने डीएम से समीक्षा कर राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी डा. सौरभ गहरवार ने बताया कि टिहरी जनपद में अतिवृष्टि से 27 ग्रामों में विद्युत बाधित हो रखी है। इसमें तहसील धनौल्टी के सकलाना और थत्यूड़ क्षेत्र में बाधित विद्युत को सुचारू कर दिया है। बताया कि जनपद टिहरी में 45 पेयजल योजना बाधित हैं, जिनमें जल संस्थान देवप्रयाग के 15 गांव, तहसील धनौल्टी के 20 गांव, तहसील नरेंद्र नगर में तीन, तहसील प्रतापनगर में एक, तहसील टिहरी में दो जगह बाधित हुई है।
बताया कि अतिवृष्टि से तहसील घनसाली क्षेत्र में कृषि भूमि, पेयजल योजना, विद्युत व्यवस्था तथा अन्य संपत्तियां क्षतिग्रस्त हुई है। बताया कि तहसील धनौल्टी के चार लोगों की मृत्यु हुई है, जिसमें प्रत्येक मृतक परिवारों को चार लाख रुपये, जबकि क्षतिग्रस्त मकानों के लिए एक-एक लाख की राशि दी गयी है। जिलाधिकारी ने बताया कि 10 सिंचाई नहर व गुल क्षतिगस्त हुईं हैं, जबकि 13 पुलों को नुकसान पहुंचा है। बताया कि 30 ग्रामीण मार्ग, 01 मुख्य मार्ग सहित 03 राज्य मार्ग अवरूद्ध हुए हैं। उन्होंने बताया कि जिन परिवारों का विस्थापन किया गया है, उनके लिए ठहरने, खाने-पीने सहित दैनिक उपभोग की वस्तुएं दी गयी हैं। बताया कि कीर्तिनगर, घनसाली, धनोल्टी में ज्यादा नुकसान हुआ है।
इस मौके पर प्रभारी मंत्री व कैबिनेट मंत्री डा. प्रेमचंद अग्रवाल ने नुकसान की समीक्षा करते हुए कहा कि राहत कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए। संबंधित क्षेत्रों के उप जिलाधिकारी, तहसीलदार, एसडीआरएफ, पुलिस, डीडीआरएफ सहित अन्य विभागों के अधिकारियों, कर्मचारियों को घटनास्थल पर भेजकर आपदा पीड़ितों को सुविधा मुहैया कराई जाए।
जिले के प्रभारी मंत्री ने राहत कार्य में तेजी लाने के डीएम को दिए निर्देश
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