ऋषिकेश। ऋषिकेश गंगा आरती ट्रस्ट, पूर्णानंद घाट में विश्व प्रसिद्ध प्रथम महिला गंगा आरती में महिलाओं द्वारा आज श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार हर्षोल्लास से मनाया गया और चहूंओर गुंजे नंदलाल के जयकारें से पूर्णानंद घाट गूँज उठा, देर शाम तक श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा।
बच्चों द्वारा राधा-कृष्ण की मनमोहक झांकी सजाई गई। राधा-कृष्ण की झांकी में शामिल बच्चों को तिलक लगाकर पूजा अर्चना की। माखन मिश्री का भोग लगाकर उनकी आरती उतारी। राधा कृष्ण के वेश में सजे बच्चे लोगों को आकर्षित कर रहे थे। छात्राओं ने भगवान कृष्ण और राधा के स्वरूप में उनकी लीलाओं का मंचन किया। भगवान श्री कृष्ण का जन्म पूरे धार्मिक लोकाचार के साथ मनाया गया।
सभी लोगों ने भगवान कृष्ण का जन्म उत्सव भावपूर्ण और भजन के माध्यम से आनंद से भावविभोर होकर प्राप्त किया। पंडित हरिओम शर्मा ज्ञानी ने बताया कि ऐसे उत्सव न केवल बच्चों में नई ऊर्जा व स्फूर्ति प्रदान करते हैं बल्कि उन्हें अपनी संस्कृति व सभ्याचार से जोड़कर भी रखते हैं। छात्र-छात्राओं ने राधा-कृष्ण बनकर सुंदर प्रस्तुति दी। बच्चों के उत्साहवर्धन के लिए उन्हें पुरस्कार दिया। प्रस्तुति देने वालों बच्चों में संध्या राजपूत, काजल राजपूत, टीना दिवाकर और शिवानी राजपूत शामिल रहीं। मुख्य रूप से गंगा आरती में ट्रस्ट की सदस्य डॉक्टर ज्योति शर्मा, दिल्ली से आनंद गुप्ता, सुशिल गुप्ता, अर्चित गुप्ता, यतिन बंसल, चंडीगढ़ से नरेश गुप्ता, आचार्य सुमित भट्ट, आचार्य मोहित बडौनी, आचार्य मनीष बडौनी, रीता, प्रमिला ने गंगा आरती की।
पूर्णानंद घाट में महिलाओं ने पारंपरिक श्रद्धा एवं उल्लास के साथ मनाया श्रीकृष्ण जन्माष्टमी
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