देहरादून। कृषि मंत्री गणेश जोशी ने हार्टीकल्चर एवं एग्रीकल्चर की पिछली बैठक में दिए गए दिशा निर्देशों के क्रम में वर्चुअल माध्यम से विभागीय अधिकारियों के साथ बारिश के कारण प्रदेश में किसानों की फसलों को हुए नुकसान के संबंध में बैठक ली। बैठक में सचिव कृषि के साथ ही प्रदेश के सभी जिलों के मुख्य कृषि अधिकारी तथा मुख्य उद्यान अधिकारी वर्चुअल माध्यम से जुड़े। मंत्री गणेश जोशी ने अधिकारियों से प्रत्येक जनपद में अतिवृष्टि से किसानों को हुए नुकसान की जानकारी ली। जिले के विभागीय अधिकारियों द्वारा मंत्री गणेश जोशी को अवगत कराया कि सबसे अधिक हरिद्वार जनपद में 16558 हेक्टेयर क्षेत्रफल में अतिवृष्टि से नुकसान हुआ है। उत्तरकाशी के भटवाड़ी ब्लॉक के जखोल गांव में बादल फटने से 10 से 12 खेत पर बह गए हैं। जिसमे करीब 15 नाली भूमि व 5 किसान प्रभावित हुए हैं तथा नौगांव में दो किसानों के सेब के पेड़ों को क्षति हुई है। रुद्रप्रयाग के फाटा में आधा हेक्टेयर भूस्खलन के कारण नुकसान हुआ है और 24 से 25 किसान प्रभावित हुए हैं। उधमसिंह नगर में खेतों में जलभराव से पानी की समस्या है और 12 से 15 प्रतिशत नुकसान हुआ है। नैनीताल के रामगढ़ में गदेरा आने से 600 आडू के पौधों को नुकसान हुआ है। देहरादून में चकराता में 27ः सब्जियों की फसल में नुकसान हुआ है। पौड़ी में 20ः सब्जियों के फसल को नुकसान हुआ है और मरोड़ा में दो पोली हाउस क्षतिग्रस्त हुए हैं। जनपद बागेश्वर, टिहरी, चमोली, अल्मोड़ा,चंपावत में स्थिति सामान्य है। बैठक में मंत्री ने सभी अधिकारियों को किसान के साथ कनेक्ट रहने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को राजस्व विभाग की टीम के साथ जिले में बारिश से हुए नुकसान का लगातार मॉनिटरिंग के निर्देश दिए।