टिहरी। मनरेगा योजना को धरातल पहुंचाने वाले कर्मियों को आठ माह से मानदेय नहीं मिला है। मानदेय नहीं मिलने के कारण कर्मियों के सामने आर्थिक संकट बना हुआ है। कर्मियों ने कहा कि वे लंबे समय से मानदेय भुगतान की मांग कर रहे हैं, लेकिन शासन-प्रशासन उनकी समस्या का निराकरण नहीं कर रहा है। इससे नाराज कर्मियों ने आंदोलन की चेतावनी दी है।
जिलेभर में मनरेगा में करीब दो सौ कर्मी अल्प मानदेय पर अपनी सेवाएं देकर केंद्र सरकार की योजना का लाभ ग्रामीणों को पहुंचा रहे हैं, लेकिन उन्हें अगस्त से मानदेय का भुगतान नहीं हुआ है। केंद्र सरकार की ओर से मानदेय मद में बजट न देने के कारण उन्हें दिक्कतें उठानी पड़ रही है। मनरेगा कर्मचारी संगठन ने डीएम, सीडीओ और डीडीओ को ज्ञापन देकर बताया कि लंबे समय बाद भी मानदेय भुगतान न होने के कारण उनके सामने आर्थिक संगठन बना हुआ है। वह केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी मनरेगा योजना से विकास कार्यों से लेकर जॉब कार्डधारकों को रोजगार मुहैया करवा रहे हैं। बावजूद शासन-प्रशासन उनकी समस्या का निराकरण नहीं कर रहे हैं। उन्होंने मानदेय भुगतान के लिए जल्द बजट आवंटन न होने पर बेमियादी आंदोलन शुरू करने की चेतावनी दी। ज्ञापन पर संगठन के जिलाध्यक्ष प्रवेश पोखरियाल, महामंत्री अनुपम पुंडीर, यतीश पुंडीर, राजेंद्र नौटियाल, भानु प्रकाश उनियाल, अनुज बहुगुणा, मनवीर भंडारी आदि के हस्ताक्षर शामिल हैं।
मनरेगा कर्मियों को आठ माह से नहीं मिला मानदेय
Recent Comments
Hello world!
on