सस्टेनेबल कृषि को बढ़ावा देने के लिए यूपीएल ने किया जीबी प्रौद्योगिकी विवि के साथ समझौता
देहरादून। सस्टेनेबल कृषि उत्पादों और समाधानों की ग्लोबल प्रोवाइडर कंपनी यूपीएल लिमिटेड ने किसानों के लिए सस्टेनेबल कृषि को बढ़ावा देने के उद्देश्य के साथ जीबी पंत कृषि और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। अपनी ‘फार्मर फस्र्ट’ एप्रोच के अनुसार कदम उठाते हुए यूपीएल ने विश्वविद्यालय के साथ यह समझौता किया है। इस कार्यक्रम में डॉ. आर.एस. चैहान (माननीय कुलपति, कार्यवाहक), डॉ. ए.एस. नैन (डायरेक्टर रिसर्च), विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों का पैनल और यूपीएल से राहुल पांडे (कॉमर्शियल हैड, इंडिया), रवि हेगड़े (रीजन आर एंड डी हैड) और डॉ शिखा जोशी (मैनेजर, रेग्युलेटरी) भी शामिल हुए।
समझौता ज्ञापन का उद्देश्य पारस्परिक रूप से सहमत क्षेत्रों में अनुसंधान और विकास की सुविधा प्रदान करना और सुरक्षित उपयोग प्रशिक्षण प्रदान करके उत्पाद प्रबंधन के क्षेत्र में संयुक्त रूप से काम करना है। यूपीएल ड्रोन टैक्नोलॉजी के विकास पर विश्वविद्यालय के साथ सहयोग करेगा और विश्वविद्यालय के छात्रों को छात्रवृत्ति भी प्रदान करेगा। भारत के पहले कृषि विश्वविद्यालय जी.बी. पंत कृषि और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय ने बायोलॉजिकल्स के क्षेत्र में काम किया है। यूपीएल संयुक्त रूप से किसानों को इन तकनीकों को उपलब्ध कराने के रास्ते तलाशने के लिए सहयोग करेगा। सहयोग का उद्देश्य फसल पर जैविक और अजैविक दबाव को कम करने के लिए जैव समाधान के क्षेत्र में अनुसंधान को मजबूत करना है। जैविक और अजैविक दबाव के कारण फसल को काफी नुकसान होता है।
राहुल पांडे – हेड कॉमर्शियल एंड मार्केटिंग, यूपीएल ने कहा कि यूपीएल में हम अपने प्राथमिक हितधारकों, किसानों की सफलता और उनकी बेहतरी के लिए समर्पित हैं। हमें विश्वास है कि विश्वविद्यालय के साथ साझेदारी करके, हम किसानों को सस्टेनेबल प्रोडक्ट प्रदान करने में सक्षम होंगे, जिसमें अत्याधुनिक तकनीक शामिल होगी, जिससे वे अपनी उत्पादकता और लाभप्रदता बढ़ा सकेंगे। यह सहयोग यूपीएल के ओपन एजी उद्देश्य के प्रति हमारे समर्पण को प्रदर्शित करता है। डॉ. ए.एस. नैन, डायरेक्टर रिसर्च, जी.बी. पंत कृषि और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय ने कहा कि हम खुश हैं कि दोनों संगठनों ने एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। हमारा मानना है कि इस संबंध से नई तकनीक और समाधान मुहैया कराकर किसानों को काफी फायदा होगा। हम प्रबंधन प्रशिक्षण प्रदान करने और छात्रवृत्ति के साथ छात्रों का समर्थन करने के लिए यूपीएल की रुचि के लिए भी अपना आभार व्यक्त करना पसंद करते हैं।