रुद्रपुर। कृषि मंत्री गणेश जोशी ने मंडी परिषद सभागार रुद्रपुर में जनपद उधम सिंह नगर के सभी मंडी समिति अध्यक्ष एवं सचिवों के साथ बैठक की। इस दौरान मंडी परिषद तथा तराई बीज निगम से संबंधित अधिकारी एवं कर्मचारी तथा किसान प्रतिनिधि उपस्थित रहे। समीक्षा बैठक के दौरान कर्मचारियों अधिकारियों, की कार्यशैली से मंत्री नाखुश दिखाई दिए। उन्होंने अधिकारियों को खरी-खरी सुनाते हुए कहा की विभागीय कार्यशैली को हमारे अन्नदाता किसानों के लिए ज्यादा जवाबदेह बनाएं। याद रखें कि आपका मंत्री एक फ़ौजी भी है, और मेरी कार्य करने की शैली थोड़ा अलग है।
उन्होंने कहा कि आप कह रहे हैं कि मंडी की आय कम हो रही है, जबकि मंडी से जाने वाले उत्पादों की मांग लगातार बढ़ रही है। अगर बड़े बड़े प्राइवेट प्लेयर फलों, सब्जियों तथा खाद्यान्नों से जुड़े उत्पादों में मुनाफा कमा सकते हैं, तो आपको लीक से हटकर सोचना पड़ेगा, हर चीज पर सिर्फ सरकार का मुंह देखने के बजाय थोड़ा खुद को बाजार के अनुकूल बनाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि मंडी की निर्माण इकाई की कार्यशैली में ज्यादा पारदर्शिता लाई जाए। कोल्ड स्टोर और स्टोरेज बढ़ाकर सब्जियों और फलों को बेमौसम में उपलब्ध करवाया जाए। यह भी देखे जाने की आवश्यकता है कि कोल्ड स्टोर कितना इफेक्टिवली काम कर रहे हैं। पड़ोसी राज्यों की तर्ज पर हम क्यों नहीं अपने फल और सब्जियों के अतिरिक्त उत्पादन को बेमौसम के लिए सुरक्षित रख सकते हैं। इससे उपभोक्ताओं को सस्ते कृषि उत्पाद भी मिलेंगे और किसानों की आय भी बढ़ेगी। उन्होंने मंडी समितियों के परिसरों में व्याप्त गंदगी को भी तत्काल दूर करने के निर्देश दिए। मंत्री ने कहा कि बीज खरीद की प्रक्रिया को आसान बनाते हुए टीडीसी के डायरेक्टर को सीधे प्रतिदिन की दरों के अनुकूल प्रतिस्पर्धी दरों पर बीज खरीदने के अधिकार दे दिए गए हैं, ताकि बीज उत्पादक किसानों के हितों की रक्षा की जा सके तथा टीडीसी लाभ का सौदा कर सकें।
जब तक टीडीसी घाटे से न उबर जाय तब स्वीकार नहीं करूंगा गुलदस्तेः कृषि मंत्री
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