देहरादून। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने आज असम विधान सभा, गुवाहाटी में दो दिवसीय 8वें राष्ट्रमंडल संसदीय संघ (भारत क्षेत्र) सम्मेलन का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूडी भूषण ने भी प्रतिभाग कियाद्य इस भव्य सम्मेलन में असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा, राज्य सभा के उपसभापति हरिवंश, असम विधान सभा के अध्यक्ष बिस्वजीत दैमारी, सीपीए कार्यवाहक अध्यक्ष इयान लिडेल-ग्रिंगर, राज्य विधानसभाओं के पीठासीन अधिकारी और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए श्री बिरला ने कहा कि विधायिका की मूल जिम्मेदारी लोगों की आशाओं और आकांक्षाओं को पूरा करना है। इसलिए, यह महत्वपूर्ण है कि समाज के आकांक्षी वर्गों की जरूरतों को मद्देनज़र रखते हुए गहन बहस और चर्चा के बाद कानून बनाए जाएं। लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं में युवाओं और महिलाओं की सक्रिय भागीदारी का आह्वान करते हुए श्री बिरला ने कहा कि पंचायत से लेकर संसद तक लोकतांत्रिक संस्थाओं को युवाओं और महिलाओं को नीति निर्माण के केंद्र में रखना चाहिए। यह कार्यपालिका की अधिक जवाबदेही सुनिश्चित करेगा,
8वें राष्ट्रमंडल संसदीय संघ (भारत क्षेत्र) सम्मेलन के दौरान प्रतिनिधिओं ने सम्मेलन के विषय ष्समाज के स्पष्ट वर्गों के लिए विकास के परिणाम को अनुकूलित करने में मदद करने के लिए विधायी निरीक्षण को मजबूत करनाष् पर चर्चा आरंभ की । दो दिवसीय सम्मलेन के दौरान प्रतिनिधियो द्वारा निम्नलिखित विषयों पर विचार-विमर्श किए गए (प) युवा केंद्रित नीतियों को मुख्यधारा में लाना; और (पप) राष्ट्रीय विकास और सामान्य भलाई के लिए युवा ऊर्जा का उपयोग करना।
युवाओं को रोजगारोन्मुख शिक्षा दिए जाने एवं आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में प्रयास करने की जरूरतः उत्तराखंड स्पीकर
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