ऋषिकेश। गीतानगर में स्थित प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय में होली पर्व आध्यात्मिक तरीके से मनाया गया। प्रमुख संचालिका बीके आरती ने होली के आध्यात्मिक रहस्य से रूबरू कराया।
गुरुवार को आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने बताया की होली के दो अर्थ हैं पहला पवित्रता और दूसरा प्रभु की होली। लिहाजा होली में चंदन लेकर माथे पर गुणों का तिलक लगाओ। कहा कि छोटी होली पर होलिका दहन गोबर के उपलों और लकड़ी के द्वारा किया जाता है। जबकि दहन हमको अपनी नकारात्मकता एवं गलत सोच का करना है, ताकि हम सच्चे दिल से परमात्मा से जुड़ सकें और जीवन का आनंद ले सके। इस दौरान समाजसेवी आरती गौड़ को सम्मानित किया गया। मौके पर लायंस क्लब अध्यक्ष अजय गोयल, राजकुमार पुंडीर समेत विभिन्न क्षेत्रों से आए लोग मौजूद रहे।
होली का आध्यात्मिक रहस्य बताया
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