Wednesday, April 24, 2024
Home ब्लॉग हर्षोल्लास का पर्व-लोहडी

हर्षोल्लास का पर्व-लोहडी

कु. कृतिका खत्री

लोहडी का त्यौहार पंजाबियों तथा हरियाणवी लोगों का प्रमुख त्यौहार माना जाता है । यह लोहडी का त्यौहार पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, जम्मू कश्मीर और हिमाचल में धूम धाम तथा हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता हैं । यह त्यौहार पौष मास की अंतिम रात्रि और मकर संक्राति की पूर्व संध्या को हर वर्ष मनाया जाता है । इसे सर्दियों के जाने और बसंत के आने के संकेत के रूप में भी देखा जाता है । लोहडी पर्व रबी की फसल की बुनाई और कटाई से जुड़ा हुआ है । किसान इस दिन रबी की फसल जैसे मक्का, तिल, गेहूं, सरसों, चना आदि को अग्नि को समर्पित करते है और भगवान का आभार प्रकट करते है । लोहडी की शाम को लोग प्यार और भाईचारे के साथ लोकगीत गाते है और किसी खुले स्थान पर लकडियों और उपलों से आग जलाकर उसकी परिक्रमा करते है । ढोल और नगाडों के साथ नृत्य, भांगडा और गिद्दा भी देखने को मिलता है । आग के चारों ओर बैठकर रेवडी, गजक और मूंगफलियों का आंनद लिया जाता है । और इन्हें प्रसाद के रूप में सभी लोगों को बांटा जाता है । जिस घर में नया नया विवाह या बच्चे का जन्म होता है, वहां खासतौर पर लोहड़ी धूमधाम से मनाई जाती है ।

लोहडी का त्यौहार दुल्ला भट्टी की कहानी से जुड़ा हुआ है । कहानी के अनुसार दुल्ला भट्टी बादशाह अकबर के शासनकाल के दौरान पंजाब में रहते थे । उन्होंने धनवान और जमीनदारों से धन लूटकर गरीबों में बांटने के साथ, जबरन रूप से बेची जा रही हिन्दू लडकियों को मुक्त करवाया । साथ ही उन्होंने हिन्दू अनुष्ठानों के साथ उन सभी लडकियों का विवाह हिन्दू लडकों से करवाने की व्यवस्था की और उन्हें दहेज भी प्रदान किया । जिस कारण वह पंजाब के लोगों के नायक बन गए । इसलिए आज भी लोहडी के गीतों में दुल्ला भट्टी का आभार व्यक्त करने के लिए उनका नाम अवश्य लिया जाता हैं ।एक अन्य कथा के अनुसार कंस ने भगवान श्रीकृष्ण को मारने के लिए लोहिता नामक राक्षसी को भेजा था, जिसका वध कृष्ण ने खेल खेल में कर दिया । लोहिता के वध का आनंद मनाने के लिए लोगों द्वारा लोहडी का त्यौहार मनाया गया ।लोहडी मनाने की मान्यता शिव और सती से भी जुड़ी है । एक कथा के अनुसार माता सती के आग में समर्पित होने के कारण लोहडी के दिन अग्नि जलाई जाती है ।

RELATED ARTICLES

कमाल ख़ान के नहीं होने का अर्थ

मैं पूछता हूँ तुझसे , बोल माँ वसुंधरे , तू अनमोल रत्न लीलती है किसलिए ? राजेश बादल कमाल ख़ान अब नहीं है। भरोसा नहीं होता। दुनिया...

देशप्रेमी की चेतावनी है कि गूगल मैप इस्तेमाल न करें

शमीम शर्मा आज मेरे ज़हन में उस नौजवान की छवि उभर रही है जो सडक़ किनारे नक्शे और कैलेंडरों के बंडल लिये बैठा रहा करता।...

डब्ल्यूएचओ की चेतावनी को गंभीरता से लें

लक्ष्मीकांता चावला भारत सरकार और विश्व के सभी देश विश्व स्वास्थ्य संगठन की सिफारिशों, सलाह और उसके द्वारा दी गई चेतावनी को बहुत गंभीरता से...

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -

Most Popular

डीजीपी ने पुलिस विभाग के बजट के सम्बन्ध में समीक्षा बैठक ली

देहरादून। पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार द्वारा पुलिस मुख्यालय सभागार में उत्तराखण्ड पुलिस विभाग के बजट के सम्बन्ध में एक समीक्षा गोष्ठी आयोजित की गई।...

राष्ट्रपति का देहरादून दौरा, कार्यक्रम स्थल व वीवीआईपी रुट में त्रुटिरहित सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के दिये निर्देश

देहरादून। राष्ट्रपति के प्रस्तावित जनपद भ्रमण कार्यक्रम के दृष्टिगत सुरक्षा में नियुक्त किये गये समस्त पुलिस बल को वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों द्वारा में ब्रीफिंग...

फिक्की फ़्लो उत्तराखंड चैप्टर ने वास्तु विज्ञान और अंक ज्योतिष पर किया सेमिनार का आयोजन

देहरादून। फिक्की फ़्लो उत्तराखंड चैप्टर ने देहरादून के दून क्लब में वास्तु विज्ञान और अंक ज्योतिष पर सेमिनार का आयोजन किया। डॉ. रुशिका गजारिया,...

पीआरएसआई देहरादून चैप्टर ने मनाया राष्ट्रीय जनसंपर्क दिवस

देहारदून। पब्लिक रिलेशंस सोसाइटी ऑफ इंडिया (पीआरएसआई) देहरादून चैप्टर के सदस्यों द्वारा देहरादून में राष्ट्रीय जनसंपर्क दिवस-2024 धूमधाम के साथ मनाया गया। अतिथियों ने...

Recent Comments