```
उत्तराखंड

स्वच्छता के संस्कार

अनुभूति
घर में साफ़-सफाई का ज्यादातर जिम्मा औरतें ही उठाए रहती हैं। उनके कंधे पर गृहस्थी के और भी कई दायित्व होते हैं। ऐसे में कई बार सफाई का काम हाशिये पर चला जाता है। भारतीय परिवार में ज्यादातर घरों में रोज की सफाई झाड़ू, कटका लगाकर ही होती है। त्योहारों के मौके पर कुछ विशेष सफाई प्रबंध होता है। देखा जाए तो घर की साफ-सफाई की जि़म्मेदारी सिर्फ घर की औरतों की नहीं होती, घर में रहने वाले हर एक सदस्य की इसमें पूर्ण सहभागिता होती है। हमें चाहिए कि हम बच्चों को सिखाएं कि खिलौने खेलने के बाद उसे जहां से उठाया वहीं रख दें। बच्चों को उनका रूम सेट करना बताएं, उन्हें कपड़े तह कर रखने, बुक को एक सा जमाना, बेड ठीक करना सिखाएं।

ये सब उनकी आदत में शामिल करें, जिससे वे धीरे-धीरे बिना आपके बोले ये काम करें। अच्छा काम करने के लिए उन्हें शाबाशी दें। घर के अन्य पुरुष सदस्यों को भी काम सौंपे, खासतौर पर छुट्टी वाले दिन। सफाई के काम को हम तीन भागों में बांट सकते हैं-रोजाना, हफ्ते में 1 बार और महीने में एक बार। यूं तो रोज के कपड़े रोज धोने की आदत डालें, लेकिन बड़े कपड़ों को इक_ा कर हफ्ते में एक बार धो सकते हैं। किचन के कपड़ों को रोज धोएं। बर्तन धुलने वाले स्थान, सिंक की रोज सफाई करें।

इसी तरह चादर, कुशन, सोफे कवर, टॉवल को हफ्ते में एक बार जरूर धोएं। हफ्ते में एक बार किचन की अलमारियां साफ़ करें। ड्राइंग रूम की सफाई करें, पूरे घर के जाले निकालें। इसके अलावा किचन के अंदरूनी भागों की सफाई, जहां हम रोज नहीं पहुंच पाते, महीने में एक बार करें। पंखा, एसी को एक दिन साफ करें। अब सवाल है कि सफाई का समय क्या हो? यूं तो रोज की साफ़-सफाई तो सुबह ही की जाती है, लेकिन अगर किसी दिन अगर दूसरे कमरे, अलमारी, किचन, या कोई अन्य जगह साफ़ करनी है तो उसके लिए दिन का समय निकालें। साथ ही बता दें कि बाथरूम के फर्श व टाइल्स को साफ करने के लिए ब्लीचिंग पाउडर का इस्तेमाल करें। जिसके घर में खारा पानी आता है, उसके यहां नलों में सफेदी चढ़ जाती है, उसे मिटाने के लिए टूथपेस्ट का इस्तेमाल करें। इसके अलावा आप नमक का भी इस्तेमाल नल साफ करने में कर सकते हैं। यह भी ध्यान रखें कि घर में चूहे तो नहीं हैं।

उनसे निजात पाने के भी उपाय अपनाएं। साफ-सफाई संस्कार है। इसे बच्चों में भी डालें। आप सफाई को अपनी आदत में शामिल कर लेंगे तो आपके काम का बोझ कम हो जाएगा। किसी त्योहार या मेहमान के आने पर आपको एक्स्ट्रा समय सफाई को नहीं देगा पड़ेगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *